बक्सर: कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटरों पर लापरवाही और बदइंतजामी परेशानी बढ़ा सकती है। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। शनिवार और सोमवार को तकरीबन डेढ़ दर्जन लोग साइकिल चलाकर दूर प्रदेशों से अपने प्रखंड क्षेत्र में पहुंचे। इन लोगों के लिए बनाए गए प्रखंडस्तरीय क्वारंटाइन सेंटरो पर रहन-सहन और साफ-सफाई की व्यवस्था प्रशासनिक तत्परता की पोल खोल रही है। प्रखंड क्षेत्र में कुल पांच स्कूलों में प्रखंडस्तरीय क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जहां बाहर से आने वाले मजदूरों एवं नौकरीपेशा वाले लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है। लेकिन, इन सेंटरों पर व्यवस्था के नाम जैसे-तैसे काम चलाया जाता है।
मुरार हाईस्कूल क्वारंटाइन सेंटर पर कुल 25 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। जिसमें दसवीं क्लॉस की एक छात्रा शामिल है। हालांकि, यहां पंचायत स्तरीय सेंटर संचालित हो रहा है। सबसे ज्यादा यहां आमसारी गांव के लोग हैं, जो आठ-दस रोज पहले बाहर से अपने गांव पहुंचे और सुरक्षा के लिहाज से यहां क्वारंटाइन किया गया है। पिछले दो-तीन दिनों से यहां सैनेटाइजर का छिड़काव नहीं हो रहा है। यहां रहने वाले लोगों को स्वयं साफ-सफाई करनी पड़ती है। यहां के लोगों का कहना है किे कमरों में जमीन पर बेड लगा दिया गया है। जहां कीड़े-मकोड़े दिख जाते हैं। खाने पीने की कोई शिकायत नहीं मिली है। कोरोना से जंग में जहां सफाई और दूरी बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।