करीब दो महीने से लॉकडाउन के कारण थमी जिंदगी अब रफ्तार पकड़ने लगी है। 18 मई से शुरू हुए लॉकडाउन के चौथे चरण में कंटेनमेंट जोन के अलावा लगभग सभी जगहों पर आर्थिक गतिविधियों को मिली इजाजत के बाद अब यातायात के पहिए भी रफ्तार पकड़ने को तैयार हैं। एक ओर जहां रेलवे ने पहली जून से 100 जोड़ी यात्री ट्रेनों की बुकिंग शुरू कर दी है, तो दूसरी ओर सीमित घरेलू उड़ानें शुरू करने का रास्ता भी साफ हो गया है। सरकार ने उड़ानों को लेकर विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं।
लॉकडाउन के कारण फंसे लोग किस तरह अपने गांव-घर जाने को बेचैन हैं, इसका अंदाजा टिकट बुकिंग के लिए उमड़ी भीड़ से लगाया जा सकता है। पहली जून से चालू होने वाली नियमित ट्रेनों के लिए गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई ऑनलाइन बुकिंग के चार घंटे में ही 5.51 लाख टिकट बुक हो गए थे। इसमें एक खास बात यह भी देखने को मिली कि लोग जाने के साथ-साथ वापसी की टिकट लेने में भी जुटे हैं। टिकट बुकिंग की मारामारी के मद्देनजर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि शुक्रवार से देश के लगभग पौने दो लाख सामुदायिक सेवा केंद्रों (सीएससी) से टिकट बुकिंग चालू हो जाएगी।
रेल मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि महानगरों की ओर से छोटे शहरों व जिलों की ओर जाने के लिए ही टिकट बुक नहीं कराए जा रहे हैं, बल्कि टिकटों की 'रिवर्स बुकिंग' भी हो रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों से वापसी के टिकट सबसे ज्यादा कराए जा रहे हैं। रेल मंत्री ने जल्द ही ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की बात भी कही है। यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए अगले दो-तीन दिनों में नए प्रोटोकॉल के आधार पर कुछ रेलवे स्टेशनों पर टिकट खिड़की से टिकट बुकिंग की सुविधा भी दी जाएगी। इससे उन लोगों को लाभ मिलेगा, जिनके पास ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा नहीं है।