लॉकडाउन फाइव की तैयारी के साथ एक जून से पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो रहा है। ट्रेन परिचालन के मद्देनजर मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक की पूरे इंतजाम स्थानीय रेलवे द्वारा होंगे। वही सुरक्षा के मद्देनजर आरपीएफ व जीआरपी ने भी कमर कस लिया है। ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्कार्ट भी जाएंगे और प्लेटफार्म पर भी तैनात रहेंगे। वही टी स्टाल से लेकर वेंडर तक भी अपनी रोजी-रोटी शुरू करने के लिए तैयारी कर रहे है। दो माह से अधिक दिनों से ट्रेन बंद होने के कारण फिर से ट्रेन संचालन शुरू कराने के लिए अलग ही इंतजाम किए जा रहे है जो एक जून की सुबह अपने में अलग ही दिखेगा।
रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से चमकाया जा रहा है और ट्रेन से जाने वाले और आने वाले यात्रियों के लिए भी रूपरेखा बनाया गया है। जैसे मुख्यद्वार पर एक तरफ से जाने वाले और दूसरी गेट से ट्रेन से उतरने वाले यात्री निकलेंगे। ट्रेन से जाने वाले यात्रियों को डेढ़ घंटे पूर्व स्टेशन पर आना होगा जिससे उनका थर्मल स्कैनिग के साथ पूरी तरह से उनकी जांच की जा सके। अगर किसी यात्री को खांसी व सर्दी तथा बुखार है तो उसकी पूरी जांच की जाएगी जांचोपरांत कोरोना के लक्षण न मिलने पर ही उन्हें यात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी अगर कही संदिग्ध पाएंगे तो उन्हें वापस कर दिया जाएगा। इस दौरान आरक्षित काउंटर से लेकर प्लेटफार्म तक यात्रियों को कोई दिक्कत न होने पाए इसके लिए रेलवे द्वारा तैयारी हो चुकी है। शारीरिक दूरी के लिए बनाए जा रहे गोला आकार.
यात्रियों के बीच शारीरिक दूरी बनाने के लिए प्लेटफार्म व विश्रामालय के फर्श पर आइओडब्ल्यू विभाग द्वारा गोला आकार बनाया गया है। जिसमें एक मीटर की दूरी है और यात्री उसी आकार में खड़े होंगे और चेकिग के बाद ही प्लेटफार्म के अंदर प्रवेश करेंगे। इस दौरान प्लेटफार्म पर रस्सा से बैरिकेडिग भी की गई है। बैरिकेडिग के अंदर से ही यात्री अंदर प्रवेश करेंगे और बाहर जाएंगे। भीड़ नियंत्रित के लिए लगेंगे आरपीएफ व जीआरपी