पटना सहित बिहार के कई हिस्सों में मंगलवार को आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई जिलों में गरज के साथ भारी बारिश हुई। 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली। इस दौरान ठनका गिरने से विभिन्न जिलों में 23 लोगों की मौत हो गई।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मृतकों में पटना के तीन लोग हैं जिनमें दुल्हिनबाजार के दो और बाढ़ का एक व्यक्ति शामिल है। वहीं गया में दो, रोहतास में एक, जहानाबाद में दो, शेखपुरा और जमुई में एक-एक की मौत ठनका गिरने से हो गई। जबकि अरवल में एक, कटिहार में दो और नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हुई। जहानाबाद, नालंदा और शेखपुरा में ठनका से तीन लोग झुलस गए। इस बीच जिलों से मिली जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी में दो और दरभंगा, सहरसा, बांका तथा सीवान में भी ठनका की चपेट में आने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। सीवान में जान गंवाने वाला शख्स मैरवा का 70 साल का वृद्ध है। समस्तीपुर में तीन की मौत हुई है।
सभी मृतकों के निकटतम परिजनों को सरकार चार-चार लाख रुपये देगी। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन ने संबंधित जिलाधिकारियों को कहा है कि वह मृतकों के निकटतम परिजनों को 4-4 लाख रुपये भुगतान कर दें और घायलों का सही तरीके से उपचार कराएं।
मौसम अलर्ट में बताया गया है कि बुधवार को भी पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। ठनका भी गिर सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण बारिश की संभावना बनी है। यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिम में सारण, बक्सर, भोजपुर से पटना, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा,खगड़िया, बेगूसराय, मधेपुरा पूर्णिया और अररिया होते हुए किशनगंज तक गया, जिससे इन जिलों में झमाझम बारिश हुई। तेज हवा चली। आम और लीची की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।