क्षेत्र के बसेंवा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर क्वारंटाइन प्रवासी जिसमें महिलाएं व मासूम बच्चे भी शामिल हैं। वहां प्रशासनिक व्यवस्था नदारद है। पांच दिनों से उमस भरी गर्मी व अंधेरे में रहने को विवश हैं। प्रवासी संतोष कुमार, पूनम देवी, अल्ताफ अंसारी, अजीमुद्दीन अंसारी, जितेंद्र राजभर, धर्मराज गुप्ता इत्यादि लोगों ने बताया कि दिन तो किसी तरह गुजर जाता है लेकिन रात के समय अंधेरा होने की वजह से भय का माहौल बना रहता है।
प्रशासन की ओर से किसी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। दोनों समय घर से खाना आता है। पूनम देवी ने कहा कि गर्मी व अंधेरे से बच्चे परेशान करते हैं। बार-बार घर जाने की जिद करते हैं। ग्रामप्रधान जयराम सिंह ने बताया कि पांच दिनों से बिजली का तार टूटकर गिरा है। तार जोड़ने के लिए जेई से लेकर एक्सइएन, उपजिलाधिकारी जखनियां तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। विभाग की लापरवाही की वजह से प्रवासियों को क्वारंटाइन में रखना मुश्किल हो रहा है।