गर्मी बढ़ने के साथ ही क्षेत्र में बिजली की समस्या भी गहराती जा रही है। जर्जर तारों के टूटने के कारण न सिर्फ ट्रिपिग बढ़ गई है, बल्कि लो वोल्टेज के कारण लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं। बारा पावर हाउस से जुड़े फीडरों पर कई-कई घंटे लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि गली-मोहल्लों में लगे ट्रांसफार्मर और जर्जर लाइनें लोगों के घरों के बढ़े बिजली लोड को नहीं उठा पा रही है।
बारा पावर हाउस से जुड़े बारा, रोइनी व कुतुबपुर गांव में पिछले एक सप्ताह से ट्रिपिग की समस्या गहराई हुई है। इन गांवों में बिजली सप्लाई के लिए लगी तार दयनीय स्थिति में पहुंच गई हैं। यहां 24 घंटे में सिर्फ छह से सात घंटे ही बिजली मिल पा रही है। इन गांवों में बिजली कटौती से पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जेई रामप्रवेश चौहान ने बताया कि जर्जर तारों की वजह से बिजली समस्या उत्पन्न हो रही है। 40 खंभे की तार बदलने के लिए स्टीमेट बनाकर सब डिवीजन कार्यालय को भेजा गया है। जल्द ही जर्जर तारों को बदलने का कार्य किया जाएगा।