देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अचानक 60 दिन के लम्बे अंतराल के बाद गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आश्वस्त किया जल्द ही पर्याप्त संख्या में सी-बी नेट मशीनों उपलब्ध करा दी जाएंगी। इससे न केवल जांच रिपोर्ट आने में तेजी आएगी बल्कि मौजूदा जांच की संख्या में भी इजाफा होगा।
इसके अलावा जांच संख्या बढ़ाने के लिए कुछ और सुविधाएं भी जल्द मुहैय्या करा दी जाएंगी। सीएम ने कोरोना संक्रमण, स्वास्थ्य सुविधाओं और कोरोना पीड़ितों के इलाज और क्वारंटीन सेंटरों में रखे लोगों को मिल रही सुविधाओं की समीक्षा की। गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर कक्ष में हुई समीक्षा बैठक में सीएम ने स्पष्ट कहा कि कोरोना से संक्रमित मरीज को उपचार तत्काल मिले, ऐसे इंतजाम किए जाएं।
बैठक में कमिश्नर जयंत नार्लिकर, एडीजी दावा शेरपा, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, एडी हेल्थ जेएम त्रिपाठी, सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी, बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ गणेश कुमार एवं एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता मौजूद थे। सीएम ने कहा कि सरकार थर्मल स्कैनर और पल्स नापने वाली अत्याधुनिक (पल्सआक्सी मीटर) मशीनें उपलब्ध करा रही हैं। इन मशीनों को इस्तेमाल करें, जरूरत होगी तो और दिए जाएंगे। बसों और ट्रेन से आने वाले प्रवासी कामगारों, छात्रों और मजदूरों सभी का ध्यान रखा जाए।
स्टेशन पर ही गंभीरता से उनका स्वास्थ्य परीक्षण करें, जिनमें थोड़ी भी संभावना दिखे, उन्हें क्वारंटीन शेंटर में क्वारंटीन कर कोरोना का परीक्षण कराया जाए। डीएम को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि किसी भी व्यक्ति को क्वारंटीन सेंटर में दिक्कत न होने पाए। उन्हे न केवल अच्छा भोजन दिया जाए बल्कि वे ठीक से सो सके इसका इंतजाम भी किया जाए।