जिले से अबतक कोरोना संक्रमित दो महिला मरीजों की पहचान की गई है। हालांकि दोनों ही महिलाएं इलाज के लिए पटना के आईजीआईएमएस में भर्ती हुई थीं। वहीं पर दोनों का कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल लिया गया, जिसमें वे दोनों कोरोना संक्रमित पाई गई। मंगलवार की रात को घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा पंचायत के वार्ड-दो सीमान टोला की एक 25 वर्षीया महिला के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने महिला के घर को केेंद्र मानते हुए तीन किलोमीटर परिधि के सभी गांव-टोलों को कंटोनमेंट एरिया मानते हुए सील कर दिया। प्रशासनिक पदाधिकारियों ने क्षेत्र में पहुंचकर संबंधित गांव-टोले को जाने वाली सड़कों पर बांस-बल्ला से बैरिकेडिंग करा दी।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सैनिटाइज करने के एक टीम और हाउस टू हाउस सर्वे के लिए आंगनबाड़ी सेविका-आशा आदि की टीम का गठन कर दिया है। जबकि कंटोनमेंट जोन से सटे सात किलोमीटर की एरिया को बफर जोन घोषित कर दिया गया।
डीएम नवदीप शुक्ला ने अपने आदेश में कहा कि बफर जोन के इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम बीमार लोगों की देखभाल करेगी। इसके अलावा कोरोना संक्रमित मरीज के घर को विशेष तौर से सैनिटाइज कराने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित महिला पिछले कुछ वर्ष से कैंसर से पीड़ित थी। उसकी कीमोथेरेपी होती थी।
22 अप्रैल को परेशानी बढ़ने पर महिला को पहले सहरसा के कायस्थ टोला स्थित उसकी बहन के घर ले जाया गया। इसके बाद एंबुलेंस की व्यवस्था होने पर 25 अप्रैल को वे लोग पटना गए। जहां 26 अप्रैल को आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया। पहले बिहारीगंज के मोहनपुर पंचायत और अब घैलाढ़ के बरदाहा पंचायत की महिला के आईजीआईएमएस में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद लोगों में चर्चा हो रही है कि स्वास्थ्य विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
संक्रमित महिला के करीबी 23 लोगों को किया गया क्वारेंटाइन
बुधवार की रात को ही महिला के करीबी 23 लोगों को टीपी कॉलेज परिक्षेत्र के अल्पसंख्यक महिला छात्रावास में क्वारेंटाइन कर दिया गया। इनमें कई छोटे-छोटे बच्चे भी है। गुरुवार काे इन लोगों का भी कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया। संक्रमित मरीज मिलने के बाद से प्रखंड क्षेत्र में प्रशासनिक हलचल तेज है। गांव में किसी को भी न ताे प्रवेश करने दिया जा रहा है। विधि-व्यवस्था के लिए बीडीओ, सीओ, सदर एसडीएम, एडीएम व थानाध्यक्ष, एसडीपीओ को अटैच किया गया है। गुरुवार को एसडीएम वृंदालाल और एसडीपीओ वशी अहमद ने गांव पहुंचकर तीन ड्राप गेट और छह पैक गेट बनवाए। सभी बैरिकेडिंग प्वाइंट के लिए 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी अौर जवानों की तैनाती की जा रही है। डीएम नवदीप शुक्ला, एसपी संजय कुमार, एडीएम उपेंद्र कुमार, बीडीओ राघवेंद्र शर्मा भी इलाके में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिए।
13463 लोगों का किया जाएगा सर्वेक्षण
पीएचसी प्रभारी डॉक्टर ललन कुमार ने बताया कि पहले दिन सैनिटाइजेशन के लिए दो टीम लगाई गई। शुक्रवार से पांच टीम को लगाया जाएगा। केटेंनमेंट जोन के बरादाहा, मोहनपुर और चकला के कुल 2132 घरों का सर्वे किया जाएगा। इन घरों में कुल 13463 लोग निवास करते हैं। पहले दिन सर्वे के लिए 15 टीम को लगाया गया।
1 बिहारीगंज के मोहनपुर पंचायत के रहटा के बाद अब घैलाढ़ के बरदाहा में मिली कोरोना संक्रमित
2 कंटेंमेंट जोन अंतर्गत सभी निजी व सार्वजनिक प्रतिष्ठान, मार्गों को किया गया अगले आदेश तक पूर्णत: बंद
3 किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत है न ही किसी व्यक्ति को इस क्षेत्र में आने की अनुमति
4 कंटेंमेंट जोन की सभी सड़क मार्ग की बैरिकेडिंग कर तैनात कर दिया गया पुलिस बल
4 कंटेंमेंट जोन से बाहर निकलने या जोन में आने वालों पर होगी कार्रवाई
5 पीडीएस डीलर उपलब्ध कराएंगे चावल, दाल, गेहूं
पांच दिन में हर घर का होगा सर्वेक्षण
सीएस डॉक्टर सुभाषचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर शुक्रवार से पल्स पोलियो की तर्ज पर पूरे जिले के हर घर का सर्वेक्षण कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए पांच दिन का समय है। प्रत्येक टीम को प्रतिदिन 50-50 घरों का सर्वे करना है। इस दौरान हर घर के लिए एक फाॅर्म होगा। जिसमें लोगों से नाम, सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ और बाहर से आए लोगों के संपर्क में आने की हिस्ट्री को पूछकर दर्ज किया जाएगा।
28 दिन आब्जर्वेशन में रहेंगे सभी
कंटेंनमेंट एरिया के सभी घरों का सर्वे शुरू किया जा चुका है। इसके बाद इस इलाके के सभी घरों में प्रतिदिन मेडिकल टीम लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण करती रहेगी। सभी लोगों को 28 दिन तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। एहतियात के सभी कार्य किए जा रहे हैं।