पटना में गुरुवार काे भी काेराेना का कहर जारी रहा। एक साथ दाे पॉजिटिव मरीज मिले। उनमें एक राजीवनगर की फाइनांस काॅलाेनी के रहने वाले 45 साल के कृषि विज्ञान केंद्र के ऑपरेटर, ताे दूसरे आईजीआईएमएमस के 32 साल के एक्सरे टेक्नीशियन हैं, जाे जक्कनपुर के पुरंदरपुर स्थित गिरिजा पथ में रहते हैं। इन दाेनाें की पाॅजिटिव रिपाेर्ट आईजीआईएमएमस से आई है। यानी, काेराेना ने पटना में दो नए इलाकों फाइनांस काॅलाेनी और पुरंदरपुर में भी दस्तक दे दी। इस तरह पटना में काेराेना मरीजाें की संख्या 43 से बढ़कर 45 हाे गई। आईजीआईएमएमस के एक्सरे टेक्नीशियन का सैंपल 26 अप्रैल काे लिया गया था। उसका सैंपल इसलिए लिया गया था कि जहां वहां काम करता है, वहां किसी काेराेना मरीज की जांच हुई थी। सैंपल लेने के बाद टेक्नीशियन काे हाेम क्वारेंटाइन काे कहा गया था। गुरुवार काे उसकी भी रिपाेर्ट पाॅजिटिव अा गई। वह पुरंदरपुर के गिरिजा पथ में किराए के मकान में रहते हैं। वहां उनकी पत्नी व दाे बच्चे रहते हैं।
लॉकडाउन में फंसे थे कटिहार कृषि विज्ञान केंद्र के कर्मचारी
फाइनांस काॅलाेनी में रहने वाले मरीज कटिहार के कृषि विज्ञान केंद्र में ऑपरेटर हैं। वे 21 मार्च काे पटना आए और लाॅकडाउन की वजह से यही रह गए। 4 मई काे कटिहार में याेगदान देना है। वहां के डीएम ने अादेश निकाला है कि काेराेना निगेटिव का प्रमाणपत्र लेकर आना हाेगा। इसलिए साेमवार काे घर से पैदल ही आईजीआईएमएमस चले गए। वहां उनका सैंपल लिया गया। रात काे उन्हें फाेन कर कहा गया कि प्रमाणपत्र यहां भर्ती होने पर ही मिलेगा। उन्हें न सर्दी थी और न खांसी और न ही काेराेना के काेई लक्षण। इसलिए वे वहां भर्ती हाेने नहीं गए। इसी बीच गुरुवार काे उनकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आगई। गुरुवार की रात पाॅजिटिव आने के बाद उन्हें पाटलिपुत्र हाेटल ले जाया गया। उनके पिता लकवाग्रस्त हैं। इसके अलावा 65 साल की मां, 35 साल की पत्नी और12 व 10 साल के दाे बच्चे रहते हैं। उनके परिजनाें काे सबसे ज्यादा परेशानी पिता काे लेकर है जाे लकवाग्रस्त हैं।
दोनोंं इलाके हुए सील, पुलिस की हुई तैनाती
कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद मौर्यापथ से जाने वाले मार्ग स्थित फाइनांस कॉलोनी और मीठापुर इलाके के पुरंदरपुर को सील कर दिया गया है। इन दोनों कॉलोनियों में पुलिस की तैनाती की गई है। बांस से बैरिकेडिंग कर कॉलोनी के लोगों के बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है। बाहरी लोगों के इन कॉलोनियों में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। डीएम कुमार रवि ने दोनों कॉलोनियों में प्रतिनियुक्त अधिकारियों को सख्ती से लॉकडाउन का अनुपालन कराने, सिविल सर्जन को सर्वे के साथ स्वास्थ्य जांच कराने और नगर निगम को सेनेटाइजेशन कराने का निर्देश दिया है।
आईजीआईएमएस : वार्ड में भर्ती 200 मरीजों की कराई गई जांच
बगैर लक्षण अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज कोरोना पॉजिटिव मिलने से आईजीआईएमएस के डॉक्टर समेत सभी कर्मचारियों में आतंक का माहौल व्याप्त है। अभी अस्पताल में 200 से अधिक मरीज भर्ती हैं। उनकी कोरोना जांच करा ली गई है। जो नए मरीज आरहे हैं उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर कोरोना जांच कराई जा रही है। निगेटिव रिपोर्ट मिलने पर ही वार्ड में भेजा जा रहा है। अस्पताल सूत्रों की मानें तो आइसोलेशन वार्ड में 24 मरीज भर्ती हैं। उनकी जांच रिपोर्ट आजाने पर आइसोलेशन वार्ड को सेनेटाइज करने के लिए सील कर दिया जाएगा। यदि कोई पॉजिटिव आता है तो उसे एनएमसीएच भेज दिया जाएगा और निगेटिव आने वाले मरीज को वार्ड में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। पूरी बिल्डिंग को खाली कराकर सेनेटाइज किया जाएगा। शुक्रवार को बिल्डिंग को खाली कराकर सेनेटाइज कराने का काम शुरू किया जाएगा। सेनेटाइज करने के बाद बिल्डिंग फ्यूमिगेट किया जाएगा और उसके बाद उसे 48 घंटे तक बंद रखा जाएगा। उसके बाद कल्चर जांच कराई जाएगी। कल्चर जांच की रिपोर्ट तीन दिन बाद अाती है। यदि रिपोर्ट में भवन संक्रमण मुक्त मिलेगा तो ठीक नहीं तो फिर यह प्रक्रिया दुहराई जाएगी। अाइसोलेशन वार्ड में एक दो साल का बच्चा समेत भर्ती कई मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं।