लॉकडाउन के कारण उपजे हालात ने जहां हजारों मजदूरों की रोजी-रोटी छीन ली वहीं बड़ी तादाद में श्रमिक घर वापसी भी कर रहे हैं। यह सिलसिला अनवरत चल रहा है। गुरुवार को भी गैर प्रांतों से श्रमिकों की घर वापसी हुई। हांलाकि प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद अब ट्रकों व अन्य प्राइवेट वाहनों से प्रवासी श्रमिकों का आगमन थमा है लेकिन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों व राज्य परिवहन निगम की बसों से प्रवासियों का आना बदस्तूर जारी है।
मॉडल रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को अहले सुबह दो ट्रेनों से करीब 1561 अप्रवासी कामगार यहां पहुंचे। इनमें से करीब 661 अहमदाबाद से जबकि शेष महाराष्ट्र के कोल्हापुर से आए हैं। वहीं दिन में दिल्ली से तीन ट्रेनों में सवार होकर 1400 कामगार गृह जनपद पहुंचे। प्लेटफार्म संख्या एक पर पहले से मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों व शिक्षकों की टीम ने बारी-बारी से यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिग की और नाम-पता नोट किया। तत्पश्चात आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के बाद सभी को तीन हफ्ते का होम क्वारंटाइन की पर्ची देकर रोडवेज की बसों से घर भेज दिया गया।
वहीं दूसरी तरफ रोडवेज बस स्टैंड पर पिछले 24 घंटे में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से तकरीबन 80 बसें यहां आई। जिसमें करीब दो हजार प्रवासी मजदूर सवार थे। बस स्टैंड पर भी मौजूद टीम ने आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिग व नाम पता दर्ज करने के बाद होम क्वारंटाइन की सलाह देकर घर भेज दिया।