लॉकडाउन के कारण घर वापसी किये प्रवासियों को गांव के प्राथमिक विद्यालयों या सर्वाजनिक स्थानों पर बने क्वारंटाइन सेन्टर में रखा जा रहा है। वैसे तो प्रशासन की नजरों में इन सेंटरों का मौसम गुलाबी है लेकिन यथार्थ में अधिकतर सेन्टरों दुर्व्यवस्था के शिकार हैं। इसकी लागातार शिकायतें भी आ रही हैं। वहीं हनुमानगंज विकास खंड स्थित खोरीपाकड़ गांव का क्वारंटाइन सेन्टर जनपद में नजीर बना हुआ है। क्षेत्र के समाजसेवी श्रीनिवास राय द्वारा सेन्टर पर रहने वाले प्रवासी कामगारों को भोजन से लेकर हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यही नहीं समय-सयम पर इसको सैनिटाइज भी कराया जा रहा है। इससे यहां रह रहे लोग काफी प्रसन्न हैं।
जिला प्रशासन के निर्देश पर निगरानी समिति की देखरेख में खोरीपाकड़ गांव में महानगरों से वापस लौटे 12 लोगों का रखा गया था। पर इनकी पूछताझ करने भी कोई नहीं अ रहा है। भूख व गर्मी से परेशान इन मेहनतकशों को कई दिन तक रात जगा करना पड़ा। वहीं घर से भोजन मंगा पेट की भूख शांत की। इसकी शिकायत बीडीओ से भी गई लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात ही रहा।
यह देख समाजसेवी श्रीनिवास राय ने तत्काल क्वारंटाइन सेन्टर पर लाइट व पंखा की व्यवस्था कराई। अब इन एक दर्जन लोगों को दोनो समय भोजन करा रहे हैं। वहीं दूसरी तरह जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रधान प्रतिनिधि सुनिल राय ने इन श्रमिकों के परिजनों को पांच किग्रा चावल व एक किग्रा दाल देकर पल्ला झाड़ लिया। शुक्रवार को श्रीनिवास राय के पुत्र मोनू राय अपनी शादी की वर्षगाठ पर क्वारंटाइन सेन्टर पर रह रहे लोगों को पूड़ी, सब्जी व मिठाई वितरित किया। समाजसेवी के इस नेक कार्य की चर्चा चहुंओर हो रही है।