लॉकडाउन-4 के दौरान जिले में किसी नई गतिविधि की अनुमति अभी नहीं होगी। पूर्व के आदेश ही प्रभावी होंगे। मिठाई, चाय -पान और सैलून खोलने के लिए अभी इंतजार करना होगा। यह निर्णय प्रतिदिन काफी संख्या में आ रहे प्रवासियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने लिया है।
डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया भारत सरकार के निर्धारण के अनुसार यह जिला किसी भी एंगिल से क्रिटिकल श्रेणी में नहीं आता। प्रदेश सरकार की भी लॉकडाउन-4 के संबंध में कोई गाइडलाइन नहीं आई है। इसलिए वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोविड-19 के संक्रमण से बचाव सबसे पहली प्राथमिकता है। सरकारी व निजी साधनों से अब तक जिले में 90 हजार से अधिक प्रवासी आ चुके हैं। अभी और आने की संभावना है।
इनकी संख्या एक लाख से अधिक भी पहुंच सकती है। ऐसे में मुंबई, दिल्ली, गाजियाबाद, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों और जिलों से आ रहे प्रवासियों का सबसे पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराकर होम क्वारंटाइन कराना, कोई लक्षण मिलने पर उनका सैंपल लेना, फैसिलिटी क्वारंटाइन कराने के साथ ही उन्हें मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं से जोड़कर व्यवस्थित करना होगा। बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रवासियों का आगमन हो रहा है। ऐसे में इनकी हर तरह से स्थिति का आकलन करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।