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रहिका प्रखंड के सौराठ मवि में बने क्वारेंटाइन सेंटर में तीन लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। ये सभी मूलत: पोखरौनी के निवासी हैं और बनारस से अपने घर लौटे थे। इसकी सूचना मिलते ही मुखिया प्रतिनिधि हृदयकांत झा ने प्रशासन के सहयोग से इन सभी को यहां बने क्वारेंटाइन सेंटर में लाकर रख दिया। 2 मई की शाम को ही यहां दो लोगों को लाकर रखा गया। लेकिन न ही यहां बने शौचालय की जांच की गई न ही कमरे के दरवाजा व खिड़की को देखा गया। यहां ठहरे सभी लाेगाें का कहना है कि न ही बिस्तर है, न ही शाैचालय में रोशनी की, इतना ही नहीं जिस घर में रह रहे हैं उसका दरवाजा तक बंद नहीं होता है। खिड़की नहीं बंद होने के कारण ठंड लगती है। औरसामने के चापाकल का पानी बदबू देता है पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
बीडीओने 2 मई काे कहा था शिफ्ट करा देंगे, पर नहीं हुई कार्यवाही
रहिका के प्रखंड विकास पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार से 2 मई को बात हुई तो उन्होंने बताया कि रातभर की बात है सुबह दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा। लेकिन जब 3 मई को एक व्यक्ति को वहां लाया गया। तब भी यही हाल था। कुल मिलाकर क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है। वहीं सोमवार को रहिका बीडीओ ने बताया कि आकर देख रहे हैं। वहीं, क्वारेंटाइन में रहने वाले का कहना है कि मुखिया खोज खबर तक लेने नहीं आते हैं। न ही कोई जांच के लिए ही अभी तक आया है। इस व्यवस्था में यदि दो चार दिन और बिताना पड़ा तो अन्य बीमारी से ही ग्रसित हो जाएंेगे।