बनारस में अचानक कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ने से बुधवार को पूरी तरह से शहर को लॉकडाउन कर दिया गया है। अतिआवश्यक सेवा में आने वाली दवा की दुकानों को भी बंद रखने का निर्देश दिया गया है। इससे कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पाताल के सामने चौबीसों घंटे खुली रहने वाली दवा की दुकानें भी बंद हैं। हॉटस्पॉट इलाकों के साथ ही अन्य स्थानों पर भी कड़ी चौकसी है। लोगों को घरों से निकलने पर पूरी तरह पाबंदी है। पुलिसकर्मी लगातार लाउडस्पीकर से लोगों को घर में ही रहने की हिदायत दे रहे हैं।
वाराणसी में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के कारण बुधवार को शहर की सभी दुकानें और मंडियां बंद रखने का आदेश जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने दिया था। यह भी कहा गया था कि किसी तरह का पास भी नहीं चलेगा। अगर कोई सड़क पर निकला तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। केवल मेडिकल इमरजेंसी वालों को ही छूट होगी।
केवल सरकारी कार्य और व्यवस्था में लगे लोग, सामाजिक भोजन के पैकेट देने वाली संस्था, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल, दूध की होम डिलेवरी और उनसे जुड़े लोगों का आवागमन हो सकेगा। बंदी का यह आदेश केवल नगर निगम सीमा के लिए है। ग्रामीण क्षेत्र में पहले से जारी नियमों के तहत दुकानें खुल सकेंगी। नगर निगम सीमा में मेडिकल कारणों के अलावा घुसना प्रतिबंधित होगा।
बुधवार को सुबह से ही पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद दिखा। शहर के हर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती दिखी। गलियों में भी पुलिस के दस्ते रुट मार्च निकाल रहे हैं। क्षेत्राधिकारी भेलूपुर के नेतृत्व में बुधवार को भेलूपुर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा खोजवां चौकी से रूट मार्च निकाला गया। रूट मार्च खोजवां चौकी से होते हुए बजरडीहा के विभिन्न इलाकों से होते हुए खोजवां, शंकुलधारा, जवाहर नगर, आईपी विजया होते हुए भेलूपुर थाने आकर समाप्त हुआ।