देश भर में चल रहे लॉकडाउन के कारण राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को ब्रेक लग गया है। यह प्रक्रिया अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ कार्यदाई संस्था एल एंड टी को लॉकडाउन खत्म होने की प्रतीक्षा है। फिलहाल 30 अप्रैल को बैसाख शुक्ल सप्तमी के पर्व पर गुरुवार को रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र ने रामजन्मभूमि के गर्भगृह में पूजन-अर्चन कर आहुतियां डालीं।
वैदिक आचार्य एवं कारसेवक पुरम स्थित श्रीराम वेद विद्यालय के प्राचार्य इंद्रदेव मिश्र ने बताया कि 19 अप्रैल से चल रहे पूजन के क्रम में गुरुपुष्य नक्षत्र में विशेष पूजन किया गया। उधर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि बैसाख शुक्ल सप्तमी को गंगा सप्तमी पर्व के रूप में जाना जाता है। इसी तिथि को गोमुख से गंगा का धरा पर अवतरण हुआ था। उन्होंने कहा कि इस संयोग के साथ गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग भी है। किसी विशेष मुहूर्त में किए गए शुभ कर्म का फल भी शुभ होता है।