लॉकडाउन के चलते दिल्ली से पैदल फतेहपुर लौट रहे मजदूरों के परिवार पर मौत ने झपट्टा मारा। आगरा हाईवे पर गुरुवार अल सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली में लिफ्ट लेने के दौरान पीछे से कंटेनर ने टक्कर मार दी। हादसे में मजदूर दंपति समेत तीन की मौत हो गई, जबकि किशोरी समेत दो घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
जिला फतेहपुर के घोस थाना क्षेत्र के गांव एराया निवासी रंजीत सिंह (44) पुत्र जगन्नाथ दिल्ली के नरेना में रहकर मजदूरी करता था। परिवार में तीन बच्चे हैं। लॉकडाउन के चलते तीन दिन पहले रंजीत पत्नी रामवती व अपने चचेरे भाई दिनेश (37) पुत्र स्व. भागीरथ, पत्नी संतकुमारी (33) के साथ पैदल-पैदल फतेहपुर के लिए निकला था। बीच-बीच में लिफ्ट भी ली।
अलीगढ़ पहुंचने पर रास्ते से एटा निवासी उमा पुत्री देवराज भी मिल गई। पांचों लोग आगरा हाइवे होते हुए जा रहे थे। रात करीब दो बजे सभी मडराक के गांव पडियावली के पास पहुंचे तो एक ट्रैक्टर-ट्रॉली मिल गया। रंजीत ने ट्रैक्टर चालक से लिफ्ट मांगी तो चालक ने सड़क किनारे ट्रैक्टर रोक लिया। पांचों लोग ट्रॉली में सवार हो रहे थे। इस दौरान पीछे से तेज गति से आ रहे कंटेनर ने ट्रॉली में टक्कर मार दी।
हादसा इतना भीषण था कि रंजीत, दिनेश और संतकुमारी ट्रॉली से सड़क पर गिर गए और ट्रॉली के पहिए के नीचे आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। मौका मिलते ही चालक ट्रैक्टर और कंटेनर छोड़कर फरार हो गए। गंभीर हालत पुलिसकर्मी घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने रंजीत, दिनेश और संतकुमारी को मृत घोषित कर दिया। जबकि रामवती व उमा को भर्ती कर उपचार किया गया।