मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश गुप्ता ने बताया है कि कोविड-19 के कारण लॉक डाउन में श्रमिकों के लिए मनरेगा कार्य का सहारा बना हुआ है, जिनका मनरेगा जाबकार्ड बना हुआ है उन्हे शासन स्तर से भी आर्थिक सकायता दी जा रही है। जनपद गाजीपुर में कुल 1237 ग्राम पंचायत है जिसके सापेक्ष 1221 ग्राम पंचायतो में 13962 मनरेगा श्रमिक कार्य पर लगे हैं।
इन श्रमिकों से मनरेगा अन्तर्गत चकरोड मरम्मत, तालाब, जीर्णोद्धार, खेत, तालाब, खेतो का समतलकरण, वृक्षारोपण हेतु गढ़्ढो की खुदाई, पशु आश्रय स्थल निर्माण, आवास निर्माण आदि कार्य प्राथमिकता पर कराये जा रहे है। उन्होने बताया कि बाहर से आये 5775 श्रमिकों को ग्राम पंचायत मे ही मरनेगा अन्तर्गत कार्य उपलब्ध कराने हेतु नवीन जॉब कार्ड दिया जा रहा है। तथा अब तक 1818 श्रमिकों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराते हुए 1787 व्यक्तियों द्वारा नये श्रमिक के रूप में कार्य की मॉग हेतु आवेदन किया गया है, जिन्हे मनरेगा के कार्य पर लगा दिया गया है।
मुसहर,विधवा, आदि श्रमिको को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। जनपद के जिस ग्राम पंचायत में सबसे अधिक 100 दिन का रोजगार, जॉब कार्ड धारको को दिया जाएगा। वहां के ग्राम रोजगार सेवक, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान, तकनीकि सहायक, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी एंव खण्ड विकास अधिकरी को पुरस्कृत किया जायेगा।