शेखपुरा पंचायत की मुखिया पर पंचायत में विकास कार्य नहीं कराए जाने के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने एकजुट होकर उनके घर के पास विरोध किया। ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र के विकास के लिए पंचायत में पिछले चार साल के दौरान विकास का काम नहीं हुआ। बड़े पैमाने पर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। कोरोना जैसी महामारी के दौर में भी ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हुआ। इतना ही नहीं साबुन, मास्क आदि का भी ग्रामीणों के बीच वितरण नहीं किया गया। वहीं ग्रामीण शशिभूषण पाल सूरदास, गुणसागर पाल, नीमचंद मुर्म, अनोखा देवी, रीना देवी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि जब मुखिया के पास लोग अपना हक मांगने जाते हैं तो उन्हें दरवाजे पर से फटकार कर भगा दिया जाता है। सूरदास अपना हक के लिए आवाज उठा रहे थे। इस कारण उसे मुखिया व उनके लोगों ने मिलकर सूरदास से मारपीट किया। इस कारण मामला और बढ़ गया। वहीं लोगों के आक्रोश को देखते हुए थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने दारोगा राजेश कुमार चौधरी को पुलिस बल के साथ शेखपुरा भेजा। दारोगा ने बताया कि जनता को शांतिपूर्ण तरीके से समझाया गया और लिखित आवेदन देने को कहा गया। ताकि मामले की जांच वरीय पदाधिकारी से कराई जा सके। राजेश चौधरी के अनुसार वरीय पदाधिकारियों के आदेश पर पंचायत की मुखिया सुमित्रा देवी को उनके घर से सुरक्षित निकाल लिया गया।
मुखिया ने दिव्यांग की कर दी पिटाई पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत
अप्रैल 26, 2020
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