आरआरआई कार्य का निरीक्षण करने दानापुर डिविजन के अधिकारी गुरुवार को किऊल पहंुचे। अधिकारी तीन बोगी वाली स्पेशल ट्रेन से किऊल पहुंच काम का जायजा लिया। अधिकारी अॉन स्पॉट गए। लगभग पांच घंटे तक आआरआई के शेष कार्यों को जल्द पूरा करने पर मंथन किया।
सीनियर डिविजनल, सिग्नल एंड टेलीकॉम इंजीनियर आरके कुशवाहा ने अधिकारियों के साथ पैनल केबिन से किऊल-गया सेक्शन के सर्किट टेस्ट किया। उन्होंने पूरी सतर्कता के साथ काम करने का निर्देश दिया। अधिकारी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कर्मियों को मास्क व सेनिटाइजर का प्रयोग करने को कहा। गुरुवार को तीसरे दिन कार्य स्थल पर काम करने वाले कर्मियों की संख्या दो दिनों की तुलना में कुछ ज्यादा दिखी। रेलकर्मियों के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेन से काफी संख्या में कर्मी किऊल पहंुचे। शुक्रवार से काम में और भी तेजी आने की उम्मीद है। अलग-अलग जगहों पर गुरुवार को लगभग 150 कर्मी काम पर लगाए गए थे। कहीं ट्रैक को जोड़ने का काम किया जा रहा है तो कहीं ट्रैक्शन वायर खींचे जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान सीएसटीई कंस्ट्रक्शन मनीष शर्मा, डपिटी बीएसटीई कंस्ट्रक्शन पंकज कुमार, डीएसटीई कंस्ट्रक्शन रजनीश कुमार, एसएसई टी नीलेश कुमार, एसएसई सिग्नल राजकिशोर, सीई कंस्ट्रशन, डिप्टी सीई कंस्ट्रक्शन एईएन समेत कंस्ट्रक्शन विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
आरआरआई के चलते अस्त-व्यस्त है रेलवे ट्रैक
आरआरआई के चलते किऊल स्टेशन से लेकर यार्ड तक का ट्रैक अस्त व्यस्त हालत में है। नवनिर्मित पुल काे ट्रैक से जोड़ने के लिए पुराने ट्रैक का डायरेक्शन बदलकर नया ट्रैक बिछाया गया है। 11 में से सिर्फ दो लाइनों पर ही परिचालन हो रहा है। अन्य ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन संभव नहीं हो रहा है। नए ट्रैक प्वाइंट बनाने के बाद ही अन्य ट्रैक पर परिचालन संभव हो सकेगा।
लॉकडाउन में ट्रैक प्वाइंट व सिग्नल व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश
अधिकारियों की कोशिश है कि लॉकडाउन में ट्रैक प्वाइंट व सिग्नल व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जाए। लॉकडाउन खत्म होते ही ट्रेनों का परिचालन सुचारू रूप से हो सके। अधिकारियों ने काम को रफ्तार देने पर काफी देर तक मंथन किया|