एनएसएस के बिहार एवं झारखंड के रिजनल डायरेक्ट विनय कुमार ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कई कॉलेज को सूची नहीं भेजने के संबंध में फटकार लगायी है। वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए सूबे के सभी विश्वविद्यालय के कोडिनेटर एवं नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिन कॉलेजों ने स्वयंसेवकों की सूची भेजना मुनासिब नहीं समझा है वैसे कॉलेजों पर कार्रवाई करने के लिए फरमान जारी किया गया। डायरेक्टर ने कहा कि सूची नहीं भेजने वाले कॉलेजों को केंद्र सरकार से आने वाली एनएसएस फंड की राशि से वंचित किया जाएगा।
27 मार्च को अगली बैठक होगी। यदि निर्धारित तिथि के भीतर कॉलेज अपने स्वयंसेवकों का डाटा नहीं भेजते है तो वैसे कॉलेजों को चिन्हित कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। पीएमओ कार्यालय से आये आदेश का अनुपालन नहीं करने वाले कॉलेजों को बख्शा नहीं जाएगा। मालूम हो कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अंतर्गत अभी आधे दर्जन से अधिक कॉलेजों ने एनएसएस स्वयंसेवकों का डाटा नहीं भेजा है। मंत्रालय ने विश्वविद्यालय से एनएसएस के स्वयंसेवकों का डाटा मांगा था।
ताकि कोरोना महामारी में लोगों के बचाव के लिए उन स्वयंसेवक को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित किया जा सके और जागरूकता के लिए उन स्वयंसेवकों को टॉस्क सौंपा जाए। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अंतर्गत 36 कॉलेज में एनएसएस का विंग चलाया जाता है। यह आंकड़ा अंगीभूत एवं संबंद्ध कॉलेज मिलाकर है। क्षेत्रीय निदेशालय राष्ट्रीय सेवा योजना, बिहार पटना के मेल पर स्वयंसेवकों का डाटा भेजना था। डाटा भेजने की अंतिम तिथि पहले 2 अप्रैल थी।
इसके बाद इस तिथि को विस्तारित करते हुए 5 अप्रैल तक किया गया। परन्तुकॉलेज अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं ला सके। बैठक में विश्वविद्यालय की तरफ विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ राजीव कुमार, भोजपुर जिला के नोडल पदाधिकारी डॉ. कृष्ण चन्द्र चौधरी, कैमूर जिला के नोडल पदाधिकारी डॉ सीमा पटेल, बक्सर जिला के नोडल पदाधिकारी प्रो अखिलेश मंडल एवं रोहतास जिला के नोडल पदाधिकारी डॉ. रणजीत कुमार पाण्डेय सहित कई मौजूद थे।
वीकेएसयू में स्वयंसेवकों की है 40 यूनिटें
वीकेएसयू के अंतर्गअंगीभूत एवं संबंद्ध कॉलेज मिलाकर 36 कॉलेज में एनएसएस का विंग है। विश्वविद्यालय के एनएसएस पदाधिकारी डॉ राजीव ने बताया कि लगभग 40 यूनिट विश्वविद्यालय अंतर्गत है। प्रत्येक यूनिट में न्यूत्तम 50-100 एनएसएस के स्वयंसेवक होते है। विश्वविद्यालय अंतर्गत लगभग चार हजार स्वयंसेवक अभी होंगे।
देश के सभी विवि से मांगा गया था स्वयंसेवकों का डेटा
पीएमओ कार्यालय ने देश के सभी विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों का डाटा मांगा था। इसके लिए प्रत्येक क्षेत्रीय निदेशालय राष्ट्रीय सेवा योजना को टास्क सौंपा गया था। कहा गया था कि अपने क्षेत्र के विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों से स्वयंसेवकों का डाटा ऑनलाइन ई-मेल पर एकत्रित कर पीएमओ कार्यालय को भेजे। डाटा में विश्वविद्यालय व कॉलेज का नाम, प्रत्येक स्वयंसेवक का नाम, पत्ता, ई-मेल एड्रेस एवं मोबाइल नंबर मांगा गया था। ताकि उन स्वयंसेवक को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित किया जा सके।
बिना स्मार्टफोन के भी विद्यार्थी कर सकते है पढ़ाई
वेब-एक्स ऐप विश्वविद्यालय की जरूरत के हिसाब को देखते हुए यूएसए से खरीदा जा रहा है। यह महंगा भी नहीं है। लगभग 15-20 डॉलर में इस ऐप को खरीदा जा सकता है। कम्प्यूटर इंचार्ज ने बताया कि जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन नहीं है। वैसे विद्यार्थी भी इस ऐप के जरिए ऑनलाइन क्लास कर सकते है। साधारण मोबाइल के जरिए वैसे विद्यार्थियों क्लास की स्टडी मेटेरियल सुन सकेंगे। साथ ही सवाल भी पूछ सकेंगे। इसके लिए एक लिंक क्रीएट किया जा रहा है। कुलसचिव श्यामानंद झा ने बताया कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अंतर्गत कॉलेज भी इस ऐप को खरीद कर अपने कॉलेज में ऑनलाइन स्टडी कराने का कार्य आरंभ करें। यह ऐप जूम ऐप की तरह नहीं है। इस ऐप में कॉलेज की गोपनीयता भी भंग नहीं होगी।