कोरोना वायरस संक्रमण के जिले में मरीज मिलने के साथ ही बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के लोगों की जिम्मेवारी और बढ़ गई है। सावधानी रखी तो ग्रीन जोन बनाने में कामयाब होंगे। नही तो फिर थोड़ी भी लापरवाही हमारे जिले के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और ग्रीन जोन के जगह पर रेड जोन बनकर उभर जाएगा। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग के पालन शहर व ग्रामीण इलाकों के लोग करते है तो 3 मई से लोगो को छूट भी मिलने की संभावना बन सकती है। जिला में तीन दिन में कोरोना के दूसरा मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव आने व उसके संपर्क में आए लोगो की चेन तीन सौ से ज्यादा लोगो का सामने आ रहा है। जो काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। हालांकि इसके बाद अनुमंडल प्रशासन भी सख्त हो गया है। मंगलवार को लॉकडाउन 2 के अवधि में एक महिला का कोरोना रिपोर्ट आने के बाद दो दिनों में सात लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है और यह आंकड़ा बढ़ने की बात कही जा रही है। जिससे जिले में कोरोना पॉजीटिव केस मिलने के बाद लोगों में डर व भय व्याप्त है। ऐसे में अब सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है।
घराें में रहने का एसडीएम ने किया आह्वान
एसडीएम विजयंत ने अनुमंडल क्षेत्र के लोगों का आह्वान किया है कि कोरोना से डरना नहीं है, बल्कि सिर्फ घरों में रहना है। इससे ही हराया जा सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के बाद शहर के 95 फीसदी आबादी घरों में कैद है 5 फीसदी जो घरों से निकल रहे हैं। वह जरूरी कामों से बाहर निकल रहे हैं। लॉकडाउन में छूट नहीं मिलने के कारण आवश्यक वस्तुओं को छोड़ दिया जाता है तो शहर के अन्य कोई दुकानों के शटर भी नही उठ रहे हैं। नतीजा सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है शादी विवाह के मौसम होने के बावजूद भी दुकानों के शटर नहीं उठना और सड़कों पर सन्नाटा साबित कर रहा है कि कोरोना को हराने के लिए लोग कर्मबीरो के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। इसी तरह यह सन्नाटा 3 मई तक बरकरार रहा तो कोरोना से जंग जितना बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के लोगों का लिए आसान हो जाएगा और जिला ग्रीन जोन में शामिल हो जाएगा। जिसके बाद लॉकडाउन में छूट मिलने से शहर के लोग अपने दिनचर्या को पटरी पर लाना शुरु कर देंगे।
ग्रीन जोन में जाने के लिए शहर के लोगों व प्रशासन को क्या करना होगा?
लोगो को क्या करना होगा:किसी के संपर्क में न आए, जितना हो सके घरों में रहे, बाहर निकलना ही पड़े तो सोशल डिस्टेंस बनाएं रखे, बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगाएं, मामूली बीमारी या तकलीफ में अस्पताल में जाकर भीड़ के हिस्सा बनने से बचे, घर को सेनेटाइज करे, अपने हाथों को बार बार साबुन से धोते रहे।
प्रशासन को करना होगा:बाहरी आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई जाय क्यो की यदि वह बाहर से आएंगे और केस पॉजिटिव आता है तो शहर ग्रीन जोन के बदले रेड जोन में जाने का खतरा बना रहेगा। अस्पताल के डॉक्टर, नर्सेस, फील्ड स्टाफ, बैंककर्मी, व पुलिस कर्मियों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है क्यो की इनमें केस आता है विशेष परेशानी बढ़ जाएगी। हालांकि बिक्रमगंज एसडीएम व डीएसपी बखूबी कोरोना जंग की सिपाही बनकर एक एक बिंदु पर ध्यान दे रहे है जिसे शहर के लोगो ने सराहा है सामाजिक कार्यकर्ता लालबिहारी सिंह, बीरेंद्र चौधरी, जवाहिर सिंह कहते है कि कोरोना योद्धा बन आम लोगो को बचाने की दिशा में दिन रात एक किए हुए है।