मां-बाप ने बेटा नीतीश काे डॉक्टर बनाने की अभिलाषा से कोटा भेजा लेकिन ईश्वर को शायद कुछ और ही मंजूर है। सदर प्रखंड के सुखपुर सोल्हानी गांव निवासी रविंद्र यादव के पुत्र नीतीश कुमार कोटा में एलएन कैयर इंस्टीट्यूट में मेडिकल की तैयारी कर रहा है। पिछले 3 दिनों से भूखे प्यासे नीतीश अपने घर वापस लौटने के लिए लोगों से गुहार लगा रहा है। शनिवार की सुबह लगभग 9:15 बजे नीतीश ने 9315319153 नंबर से मोबाइल पर फोन कर रोने लगा और कहने लगा अंकल मुझे किसी तरह कोटा से मंगा लीजिए बड़ी मेहरबानी होगी। नीतीश ने बताया कि लॉज में रह रहा है। वहां से एक किलोमीटर के दायरे में कोरोना संक्रमण फैल चुका है। मेस भी बंद हो गया अब खाना भी नहीं मिल रहा है। मकान मालिक रूम रेंट के लिए परेशान कर रहे हैं।
हेल्पलाइन नंबर भी स्विच ऑफ बता रहा : सरकार द्वारा जारी की गई हेल्पलाइन नंबर पर जब भी डायल किया जाता है तो स्विच ऑफ मिलता है। नीतीश ने कहा कि एक टाइम खाने के लिए कम से कम 100 चाहिए अब उसके पास मात्र 500 है। उन्होंने बताया कि वह जिस लॉज में रह रहा है उसमें कुल 20 लड़के रह रहे हैं। सभी छात्र 3 दिनों से भूखे हैं। वहीं मनीष कुमार, सोनू सिंह, सुनील झा, रितेश, प्रियांशु यादव सहित अन्य छात्र अपने- अपने घर पहुंचाने की गुहार लगा रहे हैं।
सदर प्रखंड के सुखपुर सोल्हानी गांव के नीतीश पिछले दो साल से कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा है। जबकि मनीष कुमार, सोनू सिंह, सुनील झा, रितेश, प्रियांशु यादव भी लगभग दो साल से इसी लॉज में रहकर मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है। छात्रों ने कहा कि बिहार को छोड़ अन्य सभी राज्य के छात्र अपने घर वापस लौट गए हैं। सिर्फ बिहार के छात्र यहां फंसे हुए हैं।