कोरोना वायरस से जंग के दौरान जिले भर में कराया गया सर्वे का पहला चरण संपन्न कर लिया गया है। घर-घर पहुंच कर की गई कोरोना स्क्रीनिंग के पहले चक्र के तहत पांच दिनों में 93 हजार 853 घरों का सर्वे किया है। जिसमें संदिग्ध पाए गए 124 लोगों को जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरकेपी साहू ने बताया कि इस कार्य में लगाए गए स्वास्थ्यकर्मीव आंगनबाड़ी सेविकाएं पूरी सावधानी और जागरुकता के साथ एक-एक घर तक पहुंचकर लोगों से बात कर रहे है।
डीआईओ ने बताया कि सरकारी आदेश पर सर्वे कार्य चल रहा है। बीमारियों के लक्षण व नाम से संबंधित फॉर्म तैयार किया जा रहा है। बताया कि सरकार के निर्देश पर घर-घर की जा रही कोरोना स्क्रिनिंग के काम में जिले के स्वास्थ्यकर्मी व आंगनबाड़ी सेविकाओं को लगा दिया गया है। शुक्रवार से ही सभी कर्मी घर-घर पहुंचकर लोगों से जानकारियां जुटाने मे लग चुके है।
स्वास्थ्यकर्मी स्क्रिनिंग के दौरान लोगों को स्वच्छता पूर्वक घरों में रहने की सलाह भी दे रहे है। साबुन से हाथ धोने के अलावे सेनेटईजर का इस्तेमाल करने पर जोर दे रहे है। प्रथम चक्र में पांच दिनों तक सर्वे का काम चलेगा। उसके बाद तीन दिनों तक अभियान चलाया जाएगा ज्ञात हो कि सर्वे कार्य में 819 कर्मी लगाए गए थे। जिसमें 351 आशा कार्यकर्ता एवं 351 आंगनबाड़ी सेविकाओं के अलावे 117 सुपरवाइज शामिल है।
खंगाला गईट्रेवल हिस्ट्री
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि घर-घर स्क्रीनिंग के दौरान सरकार द्वारा निर्धारित फारमेट के अनुसर जांच की गई। इसमें परिवार के लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी के अलावे पूछा जा रहा था कि किसी काे बुखार है क्या, खांसी या सांस लेने की परेशानी है तो कितने दिन से हैं। बाहर या विदेश से कब लौटे थे। इन सब सवालों के जवाब मांगें। इस बारे में हर परिवार को अपने सदस्यों की जानकारी देनी होगी, ताकि कोरोना के खिलाफ कड़ी मुहिम चलाई जा सके और लॉकडाउन के दौरान ही कोरोना वायरस काे नियंत्रित किया जा सके।