सदर अस्पताल में गुरुवार को एडीएम मो. बलागउद्दीन सहित 42 नर्स, चिकित्सक, धर्म प्रचारक सहित अन्य लोगों का सैंपल कलेक्शन कर कोरोना टेस्ट के लिए पटना भेजा गया है। 42 सैंपल में से 10 पूर्व से स्टेशन चौक स्थित विष्णु होटल के आइसोलेशन वार्ड में रखे गए संदिग्ध करोना मरीजों का है, जबकि दो नए ऐसे लोगों का है जिनका संबंध दिल्ली के धर्म प्रचार समूह से है, जिनका सैंपल कलेक्शन कर उन्हें भी विष्णु होटल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया है। दूसरी ओर अन्य लोगों का भी सैंपल कलेक्शन किया गया।
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक पंकज कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के वैसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों की जांच की जा रही है, जो किसी ना किसी रूप से कोरोना पॉजिटिव मरीज के आसपास गए हो या उनके इलाज में लगे हुए हैं या फिर सदर अस्पताल में वैसे संदिग्ध मरीज के भी संपर्क में इलाज के दौरान रहते है। वहीं गढ़पुरा मालीपुर से एक काेराेना संदिग्ध व्यक्ति का सेंपल लेकर पीएचसी प्रभारी ने गुरुवार को जांच में भेजा। पीएचसी प्रभारी डॉ रामकृष्ण ने बताया कि वह व्यक्ति गुरुवार को ही बारो से आया था। इसकी सूचना पीएचसी को दी गई।
29 लाख लोगों का किया गया सर्वे
भले ही पिछले सात दिनों से बेगूसराय में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है लेकिन बेगूसराय प्रशासन लॉकडाउन को और असरदार बनाने के लिए कमर कस चुकी है। एक भी रोगी छूटे ना इसके लिए डोर टू डोर सर्वे का पहला चरण पूरा करने के बाद दूसरे चरण की तैयारी शुरु कर दी है। अबतक 29 लाख 8 हजार 410 लोगों की स्क्रिनिंग की गई है जिसमें 270 लोगों में लक्षण पाते हुए उन्हें जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। जिला प्रशासन ने आदेश दिया है कि घर से निकलने पर हर किसी व्यक्ति को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। बिना मास्क निकलने पर कार्रवाई की जाएगी।
270 नए लोग को जांच के लिए किया गया है चिन्हित
डीएम ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की पहचान के लिए टीम ए के द्वारा डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग किया जा चुका है। जिसमें कुल 270 लोगों को जांच के लिए चिन्हित किया गया है। जल्द ही टीम बी द्वारा भी सर्वे कार्य पूरा किया जाएगा। डीएम ने कहा कि जिले में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या नौ है। जिसमें से आठ लोगों का इलाज आइसोलेशन कम ट्रीटमेंट सेंटर में चल रहा है। साथ ही 26 व्यक्तियों को जिला मुख्यालय स्थित आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। जिले से अबतक 978 व्यक्तियों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजे गए जिसमें से 918 व्यक्ति की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है।
किस तरह के मास्क काकरें उपयोग
ज्ञात हो कि एन-95 मास्क के अतिरिक्त सामान्य दोहरे कपड़े से घर में सिले हुए/जीविका समूहों एंव अन्य समूहों द्वारा तैयार किए गए मास्क भी संक्रमण को रोकने के लिए कारगर हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एन-95 मास्क कोविड-19 की जांच एवं चिकित्सा में लगे चिकित्सा पदाधिकारी एंव कर्मियों के लिए आवश्यक है।