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कोरोना मरीज के परिजनों की मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव पर खतरा टला नहीं, जांच को भेजे गए और 35 सैंपल


भोजपुर जिला में कोरोना वायरस के पहले मरीज के परिजनों से जुड़ी 5 लोगों की मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। यह भोजपुर जिले के वासियों के लिए सुकून भरी खबर है। इसके बावजूद कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। इसकी वजह यह है कि शुक्रवार को भोजपुर जिले से 35 लोगों के मेडिकल सैंपल जांच के लिए पटना भेजे गए। इनका मेडिकल रिपोर्ट के आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि अभी कितना खतरा बाकी है ! इसके साथ ही भोजपुर जिला के अभी भी ग्रीन जोन में रहने का भविष्य तय होगा। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आ गई; तो अगले कुछ दिनों तक ग्रीन जोन की ही स्थिति रहेगी। शुक्रवार को जिन 35 लोगों का सैंपल जांच के लिए पटना गया इसमें कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज से जुड़े 26 लोगों के साथ अन्य 9 लोगों का भी सैंपल है।

26 लोगों में पुलिस, स्वास्थ्य व कोरोना पीड़ित से जुड़े उसके अन्य रिश्तेदारों व परिजनों के भी सैंपल शामिल हैं। मालूम हो भोजपुर जिले में पहला कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज 19 अप्रैल को बड़हरा का मिला था। 20 अप्रैल को कोरोना पीड़ित से जुड़े बहन, भाई, बहनोई व चालक समेत 5 लोगों का सैंपल लेकर पटना जांच के लिए भेजा गया था। इसकी जांच रिपोर्ट 24 तारीख की दोपहर जिला मुख्यालय पहुंची। डीएम रोशन कुशवाहा ने पुष्टि करते हुए बताया कि 22 अप्रैल तक जितने भी जांच के लिए सैंपल गए थे, सभी का रिपोर्ट नेगेटिव आ चुका है। उन्होंने बताया कि नेगेटिव रिपोर्ट में कोरोना पीड़ित व्यक्ति से जुड़े 5 लोगों का भी नेगेटिव रिपोर्ट शामिल है।

किताब व पंखा की दुकान खोलने के लिए दुकानदारों को देना होगा आवेदन

भोजपुर डीएम ने जिले में शिक्षण कार्य और भारी गर्मी को देखते हुए कुछ मापदंडों के साथ किताब व पंखा की दुकान को खोलने का आदेश दिया है। दुकानदारों को दुकान खोलने की अनुमति लेने के लिए पहले जिले की बनी 2 वेबसाइटों पर आवेदन जमा करना होगा। इसके लिए प्रशासन ने आवेदन का प्रकाशन भी कर दिया है। दुकान खोलने के संबंध में हर प्रकार का निर्णय लेने के लिए एडीएम को अधिकृत किया गया है। दिए आदेश में कहा गया है कि दुकानों को रोटेशन या सम विषम तिथियों के साथ खोली जा सकती है। संबंधित दुकानदार को दुकान के आगे सफेद पेंट से पर्याप्त दूरी पर गोलाकार बनाना वह सैनिटाइज का सामान रखना जरूरी है। दुकानदारों को मास्को दस्ताना लगाकर काम करने का कड़ा निर्देश दिया गया है। दुकानदार ग्राहकों की इच्छा के अनुसार टेलीफोन पर आर्डर लेने व होम डिलीवरी की व्यवस्था भी कर सकते हैं। प्रशासन के इस आदेश के बाद किताब के लिए भटक रहे बच्चों व अभिभावकों को राहत मिलेगी।

6 दिनों से कोरोना को ले पुलिस मुस्तैद बिना वजह आने जाने पर रोक
पिछले रविवार से कोरोना को ले बड़हरा के दस गांवों को सील करने के बाद सभी सड़को, रास्तों पर पुलिस का कड़ा पहरा है। 6 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा किसी तरह की ढील नही दी गयी है। भारी संख्या में लोग अपने घेरे में रह रहे है। कुछ लोग बिना वजह सड़को पर मिलने पर पुलिस की फटकार का सामना करना पड़ रहा है। इन सभी गेट पर एक मजिस्ट्रेट, एक एसआई व भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन के अनुसार सील एरिया में किसी को प्रवेश व बिना जरुरी निकासी पर रोक है। इसके लिए पुलिस का तीन शिफ्ट में डयूटी लगी हुई है। पुलिस का पहरा केशोपुर पुल, मनीछपरा तिमुहानी, रामपुर गांव के पंचायत भवन, बक्सर कोईलवर तटबंध से रामपुर गांव में प्रवेश सड़क, बड़हरा थाना, ब्लॉक मोड़, पीएचसी मोड़, पड़रिया बांध समेत अन्य पर गेट व पुलिस तैनात है।

कैमूर व सासाराम में कोरोना पीड़ित के मिलने से आशंकित रहे लोग
शाहाबाद के कैमूर व सासाराम जिले में लगातार कोरोना पीड़ित के मिलने से भोजपुर के लोग भी पूरे दिन आशंकित रहे। जिले के हर लोग कैमूर, सासाराम व बक्सर का हाल चाल लेने के लिए लोगों के पास फोन करने के साथ मीडिया के लोगों से पूछताछ करते रहे। वही दूसरी तरफ भोजपुर जिले के लोगों की निगाहें शनिवार को बड़हरा के कोरोना पीड़ित से जुड़े लोगों के सैंपल जांच की रिपोर्ट आने पर टिकी हुई है।


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