भोजपुर जिले के तीनों रजिस्ट्री कार्यालय 20 अप्रैल से खुल चुके हैं। 6 दिन गुजर जाने के बाद भी अब तक एक भी ग्राहक के द्वारा रजिस्ट्री का कार्य नहीं कराया गया है। आम लोगों व ग्राहकों से गुलजार रहने वाला निबंधन कार्यालय हाल के दिनों में जब से खुला है तब से पूरे दिन सुना-सुना सा रहा है। इस कारण एक तरफ लोगों का निबंधन कार्य ठप है, तो दूसरी तरफ सरकार को राजस्व प्राप्त भी नहीं हो पा रही है। वही निबंधन कार्य नहीं होने से कातिब संघ के लोगों के साथ स्थानीय स्तर पर इन दुकानदारों को भी रोजाना आर्थिक नुकसान उठानी पड़ रही है।
कार्यालय खुलने के बाद भी निबंधन नहीं होने का सबसे बड़ा कारण लोग आवागमन का शुरू नहीं होना बता रहे हैं। कई लोगों ने बताया कि आवागमन शुरू नहीं होने के कारण ग्राहकों की सुविधा के अनुसार निबंधन कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस कारण रजिस्ट्री का कार्य ठप पड़ा हुआ है। गांव व दूरदराज के क्षेत्र से जैसे ही लोग लोगों को वाहन सुविधा मिलेगी वे निबंधन का कार्य कराने के लिए आने लगेंगे।
लॉकडाउन के दौरान काम नहीं होन से कातिब संघ मुआवजे की कर रहा मांग
बिहार दस्तावेज नवीस संघ सरकार से लॉक डाउन के दौरान मुआवजे की मांग कर रहा है। संघ के राज्य कार्यकारिणी सदस्य संतोष श्रीवास्तव व सचिव अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि लॉक डाउन के कारण हम लोगों को भारी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों के पास भुखमरी की स्थिति खड़ी हो गई है । इस संकट को देखते हुए सरकार को हमें भी मदद करने के लिए मुआवजा देना चाहिए।
कार्यालय खुला रहने के बाद भी नहीं आ रहे हैं लोग
भोजपुर जिले के तीनों निबंधन कार्यालय 20 अप्रैल से खुल चुके हैं। इसके बाद भी अब तक निबंधन कराने के लिए किसी ग्राहकों के द्वारा कागजात जमा नहीं किए गए हैं। लोग जैसे ही कागजात जमा करेंगे निबंधन का कार्य तुरंत हो जाएगा। - अरविंद कुमार, जिला सहायक निबंधन पदाधिकारी