कोरोना वायरस से बचाव के लिए उपयोग किए जाने वाले मास्क, सैनेटाइजर, ग्लब्स में शहर के कई मेडिकल दुकानों के संचालक लोगों से मनमाना दाम वसूल रहे हैं। एन 95 मास्क की कीमत तो 400 से 700 रुपए तक बताई जा रही है। वहीं एक बार इस्तेमाल के बाद नष्ट किए जाने वाले सर्जिकल मास्क, ग्लब्स के दाम भी तीन से चार गुना ज्यादा लिए जा रहे हैं। जिला मुख्यालय में स्थिति ये है कि कई मेडिकल स्टोरों पर सर्जिकल मास्क 30 रुपए तक में बेचा जा रहा है। जबकि इसकी स्टैंडर्ड रेट 10 रुपए है और सर्जिकल ग्लब्स भी 50 रुपए तक में बेचे जा रहे हैं।
जो सामान्य तौर पर 15 से 20 रुपए में अच्छी क्वालिटी के मिल जाते हैं। विडंबना ये है कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अब तक कई बार लोग शिकायतें कर चुके हैं मगर चेकिंग अभियान या किसी प्रकार की कार्रवाई कभी नहीं हुई। बाजार में एन 95, सर्जिकल के अलावा कपड़ों के मास्क बिक रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार एन 95, एफएफपी 1 और सर्जिकल मास्क ही वायरस से आपकी सुरक्षा कर पाते हैं। मास्क कोई भी हो, उसे एक ही बार उपयोग किया जा सकता है।
घर में बने थ्री लेयर मास्क या गमछे को धो कर फिर उपयोग कर सकते हैं। सामान्य तौर में दवा दुकानों पर सर्जिकल मास्क की कीमत 10 रुपए तक होती है। लेकिन इन दिनों अस्पताल रोड के कई मेडिकल स्टोर संचालक ये मास्क 30 रुपए तक में बेच रहे। वहीं थोक बाजार से दुकानदार को ये मास्क 5 से 7 रुपए में मिलता है। मेडिकल स्टोर संचालकों के अनुसार पिछले एक महीने से शहर में मास्क, ग्लब्स, सर्जिकल हेड कैैप की डिमांड काफी बढ़ी है। शहर के मेडिकल थोक बाजार से इन आइटम की रोजाना 22 से 25 हजार पीस की बिक्री हो रही है। इनमें मास्क की संख्या सबसे ज्यादा है।
दोषियों पर कार्रवाई होगी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जांच कराकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई कराई जाएगी। जो लोग ज्यादा दाम वसूल रहे हैं। इस वक्त तो लोग दूसरों की मदद कर रहे हैं, ऐसे हालात में व्यापार की नहीं सोची जानी चाहिए। -सुनील कुमार, डीडीसी, सीवान